
(खरी कसौटी संवाद)
शाहजहांपुर। हज़रत हाजी सैय्यद मुश्ताक मियां रहमतुल्लाह अलैह का एक दिवसीय सालाना उर्स अकीदत व मोहब्बत से मनाया गया। कुल की महफ़िल में मुल्क की खुशहाली व तरक्की की दुआ की गई। गुरुवार को मोहल्ला इन्दिरा नगर, राममूर्ति वर्मा की कोठी के निकट स्थित मज़ार पर सुबह सात बजे कुरआन ख्वानी हुई। सुबह आठ बजे खादिम वसीम निजामी की देखरेख में रस्म ए संदल व गुलपोशी – चादरपोशी की गई। सुबह दस बजे कुल शरीफ का आग़ाज़ तिलावत ए कुरआन से किया गया। मौलाना आदिल रज़ा नूरी ने अपनी तकरीर में लोगों से इस्लामी शिक्षाओं पर अमल करते हुए भलाई के रास्ते पर चलने की ताकीद की। खादिम वसीम निजामी ने साहिबे उर्स हज़रत हाजी सैय्यद मुश्ताक मियां की हयात व खिदमात पर रोशनी डाली। मीलाद ख्वा अंसार अहमद, सद्दाम रज़ा, शादाब रज़ा, सूफ़ी फूल मियां व सूफी जकी उल्ला जक्कू मियां ने नात व मनकबत पेश की। कुरआन की आयात पढ़कर साहिबे उर्स को ईसाले सवाब करते हुए मोहम्मद अंसार अहमद ने कौम व मिल्लत की खुशहाली व सलामती की दुआ की। उर्स कमेटी की जानिब से लोगों में लंगर बांटा गया। इस मौके नसीम अहमद, ज़हीर खां कलीमी, राशिद हुसैन राही, खुशहाल वारसी, शरीफ अहमद, रईस खां, रौनक अली, शादाब आलम, हमीम अहमद, मुर्शीद वारसी, वसी अहमद वसीम आदि समेत बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद रहे।