सावन माह के सभी सोमवार की तरह प्रत्येक मंगलवार भी बेहद खास होते हैं।
सावन माह में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस साल सावन में कुल चार मंगला गौरी व्रत पड़ रहे थे, जिसमें से तीन बीत चुके हैं और अंतिम मंगला गौरी व्रत 09 अगस्त को है। इस दिन मां पार्वती की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। मंगला गौरी व्रत वाले दिन सुहागिन स्त्रियां व्रत रखती हैं और अखंड सौभाग्य की कामना के साथ माता पार्वती की पूजा करती हैं। मान्यता है कि मां पार्वती के आशीर्वाद से व्रत रखने वाली महिलाओं को सुखी दांपत्य जीवन और खुशहाल संतान की प्राप्ति होती है। व्रत और पूजा के अलावा इस दिन कुछ आसान उपायों को करने से मां पार्वती प्रसन्न होती हैं। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में… 2 of 5
मंगला गौरी व्रत से जुड़े उपाय यदि आप अखंड सौभाग्य और खुशहाल दांपत्य जीवन की कामना करते हैं, तो मंगला गौरी व्रत के दिन मां पार्वती को लाल चुनरी और 16 श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें। इससे मां मंगला गौरी का आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपकी मनोकामना पूर्ण होगी। 3 of 5
ज्योतिष के अनुसार, यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो अंतिम मंगला गौरी व्रत के दिन अपने भाइयों को मिठाई खिलाएं। ऐसा करने से मंगल दोष दूर होगा 4 of 5
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों के शादीशुदा जीवन में समस्याएं चल रही हैं या फिर पति और पत्नी के बीच हमेशा विवाद होता रहता है, उनको मंगला गौरी व्रत करना चाहिए। साथ ही इस दिन पति और पत्नी को साथ में पूजा करनी चाहिए। 5 of 5
कहा जाता है कि मंगला गौरी व्रत के दिन ‘ओम गौरी शंकराय नमः:’ मंत्र का जाप करने से मां मंगला गौरी प्रसन्न होती हैं। साथ ही आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
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