17 सितंबर 2022, दिन शनिवार यानी कि आज ग्रहों के मुखिया सूर्य का कन्या राशि में गोचर हुआ है. साथ ही बुधादित्य योग का निर्माण भी हो रहा है.
कन्या राशि में सूर्य के प्रवेश से आज के दिन को कन्या संक्रांति के रूप में मनाया जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य के कुंडली में मजबूत होने से व्यक्ति को जीवन में आरोग्य, यश, प्रसिद्धि, मान-सम्मान सभी सुख प्राप्त होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कन्या संक्रांति के दिन किन उपायों को करके सूर्य देव को प्रसन्न कर सकते हैं उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं.
– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कन्या संक्रांति के दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें फिर स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
– इसके बाद सूर्य देव को जल से भरे तांबे के लोटे में लाल चंदन, अक्षत लाल फूल डालकर जल सर्पित करें.
– वैसे तो शास्त्रों में प्रतिदिन की जाने वाली सूर्य पूजा को बहुत महत्व दिया गया है.
– सूर्यदेव को जल सर्पित करने के बाद आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना न भूलें.
– तत्पश्चात धूप-दीप से सूर्य भगवान की आरती करें.
1. सूर्य को कुंडली में मजबूत करने के लिए लाल चंदन या रुद्राक्ष की माला से सूर्य के मंत्र ‘ॐ आदित्याय नमः’ का जाप करें. इससे आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होगा करियर में उन्नति होगी.
2. सूर्य भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए कन्या संक्रांति के दिन दान करना भी बहुत फलदायी माना गया है. इसके लिए सुबह का समय ही उपयुक्त माना जाता है. कन्या संक्रांति के दिन सुबह तांबे की कोई वस्तु, गुड़, जौ तथा लाल फूल किसी का भी दान कर सकते हैं.
3. ध्यान रखें की सूर्य पूजा दान से पहले कुछ न खाएं. उसके बाद ही अन्न-जल ग्रहण करें.