प्रधानमंत्री के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने कुछ राज्यों जैसे जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान जिनके बॉर्डर पाकिस्तान की सीमा के साथ लगे हुए हैं। उन्हें एक तरह से निर्देश दिया गया है कि 7 मई को एक मॉक ड्रिल करें। इस प्रकार का मार्क ड्रिल कि अगर युद्ध की स्थिति होती है तो आपको सिविल डिफेंस सिस्टम के तहत वो कौन कौन से प्रोटोकॉल हैं जो फॉलो करना चाहिए। सूत्रों के मुताबिक, इस मॉक ड्रिल के दौरान एयर रेड सायरन बजाने, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना (इवैक्यूएशन प्लान) जैसी गतिविधियां शामिल रहेंगी।
- अगर एयर स्ट्राइक होता है तो उसका सायरन किस प्रकार से बजाया जाना चाहिए। जिससे लोगों को पहले ही सूचना मिल जाए।
- हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए सिविल डिफेंस पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में क्या क्या करना है। अगर किसी को चोट लगी,
- क्रैश ब्लैक आउट उपायों का प्रावधान
- अगर कोई बड़े प्लांट हैं, तो उनकी सुरक्षा किस प्रकार से की जाए।
- निकासी योजना का अद्यतनीकरण और उसका पूर्वाभ्यास
इन कदमों से साफ लग रहा है कि भारत की सरकार आतंकवाद को लेकर जीरो टालरेंस के मूड में नजर आ रही है। जिस प्रकार का बयान प्रधानमंत्री मोदी ने दिया था, उसी दिशा में आगे बढ़ा जा रहा है। इसी क्रम में भारत के एक्शन के जवाब में पाकिस्तान की तरफ से कोई भी दुस्साहस होता है तो उसे उसके अंजाम तक भी पहुंचाया जाएगा। फिलहाल भारत की लड़ाई आतंकवाद को लेकर है। लेकिन पाकिस्तान उसके बाद जिस तरह का रिएक्शन देगा उससे ज्यादा और जोरदार जवाब दिया जाएगा। इसके लिए बहुत जरूरी है कि हमारे राज्यों के लोग उसी प्रकार से तैयार रहें।