वर्ष में चार नवरात्रियां होती हैं। पहली चैत्र नवरात्रि, दूसरी आषाढ़ नवरात्रि जिसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं, तीसरी शारदीय नवरात्रि और तीसरी माघ माह की नवरात्र जिसे भी गुप्त नवरात्रि कहते हैं।
चैत्र नवरात्रि के समय भी नौदुर्गा की पूजा होती है। यदि हम तुलजा भवानी और चामुण्डा माता की बात करें तो तुलजा भवानी की इस नवरात्र में विशेष पूजा होती है।
कब से प्रारंभ हो रही है चैत्र नवरात्रि | Chaitra navratri kab se prarambh ho rahi hai: फाल्गुन मास समाप्त होने के बाद चैत्र माह प्रारंभ होता है। चैत्र माह के पहले दिन नववर्ष का पहला दिन होता है। चैत्र माह के पहले दिन से ही चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार नववर्ष का प्रारंभ 22 मार्च बुधवार 2023 को हो रहा है जो 31 मार्च तक चलेगी। इसी दिन से चैत्र नवरात्र प्रारंभ होगी और इसी दिन गुड़ी पड़वा का पर्व भी मनाया जाएगा।
कलश स्थापना (घटस्थापना) मुहूर्त : 22 मार्च 2023 को सुबह 06 बजकर 29 से सुबह 07 बजकर 39 तक घर स्थापना कर सकते हैं।
ब्रह्म मुहूर्त : प्रात: 05:06 से 05:54 तक।
अमृत काल: सुबह 11:07 से 12:35 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:47 से 03:35 तक।
सायाह्न सन्ध्या : शाम 06:50 से 08:01 तक।