केंद्र सरकार के जातीय जनगणना कराने के फैसले को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष में जुबानी जंग छिड़ गई है, दोनों इसका श्रेय लेने की होड में हैं। जातीय जनगणना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक विनोद चमोली ने कहा कि यह सरकार का ऐतिहासिक फैसला है। जातीय जनगणना के केंद्र सरकार के फैसले से अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा विधायक विनोद चमोली ने कहा कि केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। आजादी के बाद ऐसा पहली बार होगा। सरकार ने इतिहास रचा है। जनगणना 2011 से नहीं हुई है। इस बार सामान्य जनगणना के साथ ही जातीय जनगणना का भी एक कॉलम होगा और इसका लाभ भी लोगों को दिखाई देगा।
विपक्ष के पहलगाम आतंकी हमला से ध्यान भटकाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार किसी एक मुद्दे को ही लेकर बैठी नहीं रह सकती है। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार बहुत संजीदा है और कैसे हैंडल करना है, इसको लेकर लगातार एक्सरसाइज हो रही है। इसका रिजल्ट भी दिखाई देगा। लेकिन इसके साथ- साथ बहुत सारे मुद्दे हैं जो देश के अंदर होने हैं। इसमें जातिगत जनगणना भी एक प्रमुख मुद्दा था।
उन्होंने आगे कहा कि परेशानी की बात ये है कि इस जातिगत जनगणना के फैसले के बाद विपक्ष के हाथ से मुद्दा निकल गया है। चुनाव में विपक्ष ने जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाया था। देश की जनता जानती है कि अगर हम जातिगत जनगणना कर रहे हैं तो उसके आधार पर आगे की व्यवस्था बनेगी, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं वो करते हैं। आगे चलकर इसका लाभ भी मिलेगा।
गौरतलब है कि आगामी जनगणना के साथ ही केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने का फैसला किया है। इस बार होने वाले सामान्य जनगणना में जातिगत जनगणना भी होगी।