मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ दिव्यांगजनों की यात्रा सुविधाओं पर चर्चा की
दिव्यांग यात्रियों का विस्तृत रिकॉर्ड बनाने, चालक-परिचालकों को संवेदनशील व्यवहार का प्रशिक्षण देने के निर्देश

लखनऊ । दिव्यांगजनों को सार्वजनिक परिवहन में बेहतर सुविधा, सम्मानजनक व्यवहार और पूर्ण सहयोग उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने मंगलवार को सचिवालय स्थित कक्ष सं0-7, नवीन भवन में परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में दिव्यांगजनों की यात्रा व्यवस्था, समस्याओं और समाधान के लिए ठोस रणनीति पर चर्चा की गई।
दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि दिव्यांगजनों द्वारा की जा रही यात्रा का विस्तृत रिकॉर्ड तैयार किया जाए, जिसमें प्रत्येक दिव्यांगजन यात्री का नाम, मोबाइल नंबर, यूआईडी कार्ड, अब तक की यात्राओं की संख्या और उनके साथ यात्रा करने वाले सहयोगी का विवरण शामिल हो। यह रिपोर्ट समयबद्ध ढंग से तैयार कर विभाग को प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि दिव्यांगजनों को न केवल हर सार्वजनिक सुविधा में वरीयता दी जाए, बल्कि उनके आत्मसम्मान का भी पूरा ख्याल रखा जाए। इसी दृष्टिकोण से परिवहन विभाग यह सुनिश्चित करे कि यात्रा के दौरान बस चालक एवं परिचालक दिव्यांगजनों के साथ सहयोगपूर्ण और संवेदनशील व्यवहार करें।
दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ने निर्देश दिये कि एक कार्यशाला (वर्कशॉप) आयोजित की जाए, जिसमें मास्टर ट्रेनरों के माध्यम से सभी चालकों एवं परिचालकों को प्रशिक्षण दिया जाए कि दिव्यांगजनों के साथ कैसे व्यवहार करना है, कैसे सहायता प्रदान करनी है और किन बातों का विशेष ध्यान रखना है। यह प्रशिक्षण व्यवहार-आधारित और व्यावहारिक हो। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी चालक या परिचालक द्वारा दिव्यांगजनों के साथ अभद्रता, उपेक्षा या अनुचित व्यवहार की शिकायत प्राप्त होती है, तो संबंधित कर्मियों को चिन्हित कर सख्त दण्डात्मक कार्रवाई की जाए।
योगी सरकार का उद्देश्य है कि दिव्यांगजनों को न केवल सामाजिक सम्मान मिले, बल्कि परिवहन जैसी बुनियादी सेवाओं में उन्हें बिना किसी बाधा के सुविधा, सुरक्षा और गरिमा के साथ यात्रा का अवसर उपलब्ध हो।