नाग पंचमी 2022 जानिए भारत में सांपों की पूजा क्यों की जाती है?
नाग पंचमी पर सांपों की पूजा विशेष रुप से की जाती है.
सर्प पूजा द्वारा धन धान्य एवं समृद्धि का आशीर्वद प्राप्त होता है. नाग पंचमी उन महत्वपूर्ण दिनों में से एक है जो सावन माह में आती है. यह त्यौहार श्रावण महीने के दौरान शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाया जाता है. श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की नाग पंचमी का पर्व 18 जुलाई को मनाया जाएगा. सावन माह में आने वाली कृष्ण पक्ष एवं शुक्ल पक्ष की पंचमी नाग पंचमी के रुप में जानी जाती है. इस दिन पूरे भारत में सांपों को पूजा जाता है. भक्त भगवान शिव के साथ सांपों का जुड़ाव पाते हैं और भगवान शिव के सहयोगी के रुप में सर्प देवता का आशीर्वाद पाने के लिए तथा सभी प्रकार के दुष्प्रभावों से बचने के लिए इस दिन नाग पूजन एवं शिव पूजन अत्यंत शुभ होता है.
भगवान शिव के उपासक मंदिरों में दूध चढ़ाते हैं, घर पर खीर बनाते हैं और इस दिन उपवास करते हैं. सांपों का सम्मान किया जाता है सर्पों का भगवान के साथ संबंध सदैव रहा है वे उन्हें अपने गले और शरीर के चारों ओर आभूषणों के रूप में धारण करते हैं. एक योगी होने के नाते, भगवान शिव जंगलों और हिमालय में निवास करते हैं, और इसलिए सांप भगवान शिव की आभा का एक अभिन्न अंग हैं. हिंदू पौराणिक कथाओं में अन्य देवता भी सांपों से जुड़े हुए हैं जैसे भगवान ब्रह्मा ने शेषनाग (सर्पों का राजा) बनाया और भगवान कृष्ण का कालिया सर्प के साथ संब्म्ध
नाग पंचमी पूजा महत्व
जो लोग हिंदू परंपरा के अनुसार नाग पंचमी का धार्मिक रूप से पालन करते हैं, वे इस दिन बारह नागों की पूजा करते हैं, अर्थात् अनंत, वासुकी, शेष, पद्म, कंबाला, कर्कोटक, अश्वतारा, धृतराष्ट्र, शंखपाल, कालिया, तक्षक और पिंगला. वे इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करते हैं और ‘ऊँ नमः शिवाय’ का जाप करके भगवान शिव के नाम का भी ध्यान करते हैं.
नाग पंचमी पर, देवताओं और सांपों की मूर्तियों को दूध से स्नान करवाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है. लोग भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें और उनके प्रियजनों को सांप एवं विष से बचाए रखें क्योंकि साल के इस समय में सांप सूखे स्थानों की तलाश में अपने ठिकाने से बाहर निकलते हैं. हालांकि जहरीले, सांपों को शांतिपूर्ण और हानिरहित प्राणी माना जाता है और कहा जाता है कि वे तभी आक्रामक होते हैं जब उन पर मनुष्यों द्वारा हमला किया जाता है. हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार, सांपों को नहीं मारा जाना चाहिए बल्कि उनका सम्मान किया जाना चाहिए. हिंदू इस दिन उपवास रखते हैं और मंदिरों में फूल, दूध और दूध से बनी मिठाइयां चढ़ाते हैं और नाग पंचमी के अवसर पर जरूरतमंदों को प्रसाद वितरित करते हैं.