
लखनऊ।प्राग नारायण रोड स्थित ऑफिसर्स बिल्डिंग में निहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ़ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के तत्वाधान में शौर्य सिंदूर सम्मान का आयोजन रखा गया। यह आयोजन निहारिका मंच के अध्यक्ष अब्दुल अज़ीज़ सिद्दीक़ी तथा निहारिका की संस्थापिका डॉ रीमा सिन्हा के द्वारा रखा गया।शौर्य सिंदूर सम्मान नाम रखने का मुख्य उद्देश्य डॉ रीमा सिन्हा ने बताया कि पहलगाँव के आतंकी हमले में कई बहनों के सुहाग उजड़ गये। ऑपरेशन सिंदूर के तहत बहनों ने ही इसका बदला भी लिया। देश की वीर बहनें व्योमिका सिंह एवं सोफिया कुरैशी ने साबित किया कि अगर सिंदूर पर आँच आयी तब वे रणभूमि में उतर कर बदला लेंगी क्योंकि यह हमारे शौर्य का प्रतीक है।अतः ऑपरेशन सिंदूर को ध्यान में रखते हुए इस सम्मान समारोह का नाम शौर्य सिंदूर सम्मान रखा गया।इस आयोजन के अंतर्गत कवयित्रियों ने देशभक्ति से ओत प्रोत रचना की प्रस्तुति दी।कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ शारदे के समक्ष दीप प्राज्ज्वलित कर हुआ। इसके बाद गीता सक्सेना जी ने सुमधुर वाणी वंदना की प्रस्तुति दी।काव्यपाठ करने वाली कवयित्रियों के नाम गीता सक्सेना, पूजा श्रीवास्तव, संध्या श्रीवास्तव, राधा बिष्ट,सरोज बाला सोनी, संदीपिका दीक्षित, प्रतिभा सिंह, अमिता मिश्रा, दीपिका, मिठु रॉय,मधु अग्रवाल, अलका अस्थाना, उमा लखनवी, रश्मि श्रीवास्तव शफ़क़ आदि रहे।सभी की रचनाएँ एक से बढ़कर एक थीं। कवयित्रियों का सम्मान लाल चुनरी, सम्मान पत्र एवं सिंदूर का कीया देकर किया गया।सम्मानित होने वाली कवयित्रियाँ एवं पत्रकार गीता सक्सेना, संध्या श्रीवास्तव, पूजा श्रीवास्तव, मिठु रॉय, अर्चना कश्यप, टीटू शर्मा, निलेश, अमिता मिश्रा, दीपिका, राधा बिष्ट, सरोज बाला सोनी, संदीपिका दीक्षित, प्रतिभा सिंह, मधु अग्रवाल, उमा लखनवी, रश्मि श्रीवास्तव शफ़क़, अलका अस्थाना आदि रहे। मंच के अध्यक्ष श्री अज़ीज़ सिद्दीक़ी का सम्मान डॉ रीमा सिन्हा ने अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने राष्ट्रगान गाया। तत्पश्चात जलपान के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। अज़ीज़ सिद्दीक़ी एवं डॉ रीमा सिन्हा ने सभी मेहमानों का धन्यवाद ज्ञापित किया।