आम आदमी पार्टी(आप) ने कहा कि आज पूरा देश इंतजार कर रहा है कि सरकार कब पहलगाम आतंकी हमले का पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगी?आप के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने आज कहा कि पहलगाम आतंकी हमले को छह दिन हो चुके हैं और पूरा देश इंतजार कर रहा है कि जिन लोगों ने बहुत बेदर्दी से हिन्दुस्तानियों की हत्या की और देश पर आतंकी हमला किया, उनको पूरी तरह से बर्बाद कर दिया जाए। पूरे देश में यही चर्चा है कि भारत इन आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे और नेस्तानाबूत कर दें। आतंकी हमले को लेकर कुछ बातें देश के लोगों के मन में हैं। लोगों के मन में उठ रहे उन सवालों को आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार तक पहुंचाना चाहती है।आप नेता ने कहा कि लोगों के मन में सवाल है कि अटारी रूट के बारे में केंंद्र सरकार बहुत स्पष्ट करें कि इसको बंद कर देना चाहिए और पाकिस्तान के साथ भारत व्यापार नहीं करेगा। यह बिल्कुल सही बात है। जिस तरह से पाकिस्तान आतंकियों का साथ दे रहा है और वह दुश्मन देश है। किसी भी दुश्मन देश के साथ संबंध और व्यापार नहीं होने चाहिए। क्या गुजरात और महाराष्ट्र के पोर्ट से भी सरकार ने पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद कर दिया है। इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। हमारी राय है कि पाकिस्तान से भारत का व्यापार पूरी तरह से बंद होना चाहिए ताकि व्यापारिक तौर पर भी पाकिस्तान की कमर टूटे।उन्होंने कि बॉर्डर से करीब 250 किलोमीटर अंदर आकर आतंकवादी हमला करते हैं और काफी देर तक फायरिंग करके वहां से निकल जाते हैं। देश के लोगों के मन में सवाल है कि आखिर ऐसा कैसे हो पाया। इसकी एक तय समय सीमा के अंदर जांच होनी चाहिए और अगर अपने सिस्टम के अंदर भी कोई दोषी है तो उनकी पहचान सार्वजनिक की जानी चाहिए। ऐसा नहीं हो कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर एक जांच बैठाई गई थी। जांच बैठाए छह साल हो गए लेकिन किसी को भी नहीं पता है कि पुलवामा हमले में कौन लोग शामिल थे, कैसे भारी मात्रा में बारूद वहां तक पहुंचा, कैसे आतंकी काफिले के अंदर पहुंचने मे कामयाब हुए।उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से साफ हो गया है कि अब पाकिस्तान एक तरीके से आतंकवाद को आगे बढ़ाने पर काम कर रहा है। पाकिस्तान का नया माड्यूल है कि वह भारत को धार्मिक आधार पर बांटना चाहता है। केंद्र सरकार को इन लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। चाहे वह किसी पार्टी, पद या कोई संगठन ही क्यों न हो, अगर वह पाकिस्तान के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए देश में धर्मों को लेकर आपस में नफरत पैदा कर रहा है तो उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।ढांडा ने पांचवां सवाल किया कि पहलगाम आतंकी हमले की घटना से पहले वहां सुरक्षा व्यवस्था थी जो कुछ दिन पहले ही हटा ली गई थी। किसके आदेश पर पहलगाम से सुरक्षा बलों को हटाया गया था, उसका नाम सार्वजनिक होना चाहिए। देशवासियों को जानने का हक है कि देश को इतने बड़े खतरे में किसने डाला। जहां हजारों पर्यटक मौजूद थे, वहां से सुरक्षा क्यों हटाई गई।