पाकिस्तान जितनी तेजी से तालिबान के समर्थन में उतरा उतनी ही तेजी से दूरी बनाने के लिये भी मजबूर हो रही है। दरअसल पाकिस्तान की लाख चिंता के बाद भी जब तालिबान ने तहरीक-ए- तालिबान नामक आतंकवादी संगठन पर लगाम कसने से मना कर दिया तो पाकिस्तान बौखला उठा है। जिस कारण पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के सीमा से सटे चमन बार्डर को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।बता दें कि TTP एक आतंकी संगठन है जिससे पाकिस्तान को हमेशा खतरा बना रहता है। वहीं पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने अपने एक बयान में कहा है कि अफगानिस्तान से सटे चमन बॉर्डर को बंद करने की वजह वहां से आ रहे बड़ी संख्या में शरणार्थी है। उन्होंने कहा कि इस बाबत उन्होंने खुद सीमा पुलिस से बात करके स्थिति का जायजा लिया है।मालूम हो कि बीते 15 अगस्त से ही तालिबान का देश में कब्जा हो गया है। वहीं अमेरिकी सैनिकों के 30 अगस्त को आखिरी उड़ान भरने के बाद तालिबान किसी भी समय नई सरकार का ऐलान कर सकता है। जिसकी तैयारी अब शुरु हो गई है। इस बीच भारतीय राजदूत से भी तालिबान नेता के दोहा में मिलने की खबर है।