गुजरात में विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद भाजपा ने गुजरात के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया है। अहमदाबाद के घाटलोडिया क्षेत्र से विधायक भूपेंद्र पटेल गुजरात के नए मुख्यमंत्री होंगे। भूपेंद्र पटेल 2017 में पहली बार ही विधायक बने हैं। चुनाव से करीब डेढ़ साल पहले भाजपा नेतृत्व ने उन्हें सीएम पद से नवाजा है। जिस भूपेंद्र पटेल को पीएम मोदी और अमित शाह ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में बतौर सीएम की जिम्मेदारी दी है, उनका नाम दूर- दूर तक चर्चा में नहीं था।
जानिए कौन हैं भूपेंद्र पटेल
भूपेंद्र पटेल गुजरात की घाटलोडिया विधानसभा सीट से विधायक हैं। इसी सीट से पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल चुनाव जीतती रहीं। पटेल का पूरा नाम भूपेंद्रभाई रजनीकांत पटेल है। वह करवा पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वह जमीन से जुड़े हुए नेता हैं और लंबे समय से आरएसएस से जुड़े रहे हैं। इससे पहले भूपेंद्र अहमदाबाद अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन रहे हैं। पटेल ने अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की स्टैंडिंग कमेटी के बतौर चेयरमैन के तौर पर भी काम किया है। उन्होंने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक अहमदाबाद से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। 2017 के अपने चुनावी पेपर में 5 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की थी।
कई नामों को लेकर थी कयासबाजी
शनिवार को जब विजय रूपाणी ने कुर्सी छोड़ी थी तो उसी समय से कई नाम गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मीडिया और सोशल मीडिया में चल रहे थे। कभी नितिन पटेल को विजय रुपाणी का उत्तराधिकारी माना जा रहा था तो कभी स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को गुजरात में नया सीएम बनाने की चर्चा थी। कभी गोरधन झड़पिया का नाम आया तो कभी गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल इस रेस में आगे नजर आए। कभी प्रफुल्ल पटेल के नाम की चर्चा थी। 24 घंटे में मीडिया, सोशल मीडिया और राजनीतिक कयासबाजियों में कई चेहरे सीएम पद की रेस के लिए उभरे। विधायक दल की बैठक से पहले पूर्व गुजरात भाजपा अध्यक्ष रणछोड़ फालदू नाम सामने आया।
आसान नहीं था नए मुख्यमंत्री का चयन
भाजपा के लिए नए मुख्यमंत्री का चुनाव काफी टेढ़ी खीर माना जा रहा था। एक ओर पाटीदार इस पद पर अपना दावा जता रहे थे, वहीं ओबीसी, आदिवासी तथा अनुसूचित जाति के नेताओं की भी दावेदारी थी। केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर व प्रल्हाद जोशी ने रविवार सुबह सबसे पहले प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी के सदस्यों से नए नेता को लेकर चर्चा की। विधायक दल की बैठक में विजय रूपाणी ने भूपेंद्र पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा।
नहीं थी भूपेंद्र पटेल की चर्चा
इतना तो तय है कि दिल्ली से पीएम मोदी और अमित शाह का संदेश लेकर अहमदाबाद में भाजपा दफ्तर आए केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह तोमर प्रहलाद जोशी ओर तरुण चुग को भूपेंद्र पटेल की इस ताजपोशी का अंदाजा जरूर था। इस बारे में उन्होंने गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, कार्यकारी सीएम विजय रुपाणी, डिप्टी सीएम नितिन पटेल और अन्य को अवगत कराया। विधायक दल का नेता चुने जाने गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट के जरिए बधाई देते हुए कहा कि भूपेंद्र पटेल को गुजरात भाजपा के विधायक दल का नेता चुने जाने की बधाई और शुभकामनाएं।
चौंकाने के लिए जाने जाते हैं पीएम मोदी और अमित शाह
पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने राजनीतिक फैसलों में चौंकाने के लिए जाने जाते हैं। नरेंद्र मोदी और अमित शाह अपने फैसलों के बाद इस तरह की गोपनीयता रखते हैं कि इसकी भनक मीडिया को भी नहीं लग पाती है। इससे पहले पीएम मोदी और शाह ने उत्तराखंड में चौंकाया था। वहां त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर पहले तीरथ सिंह रावत और फिर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री के लिए चुना गया। दोनों के नाम रेस में नहीं थे, लेकिन भाजपा नेतृत्व ने आश्चर्यजनक रूप से उनके नाम का एलान किया। इससे पहले यहां सीएम की रेस में सतपाल महाराज, धनसिंह रावत जैसे दिग्गज नेता थे।