भारत सरकार और भारतीय सेना ने अंततः पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया। 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 15 मई की रात करीब 2 बजे पाकिस्तान पर हवाई हमला किया। 7. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। पाकिस्तान और पीओके में चलाए गए इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। भारतीय सेना ने बहावलपुर में हाफिज सईद के ठिकाने समेत करीब 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। 23 अप्रैल 2025 की सुबह पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई थी। पढ़िए पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की अंदरूनी कहानी…
पहलगाम हमले का बदला
मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर की बैसरन घाटी में आतंकवादी हमला हुआ। 4 आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में मौज-मस्ती कर रहे भारतीय पर्यटकों को निशाना बनाया। 26 भारतीय पर्यटकों को उनका नाम और धर्म पूछकर गोली मार दी गई। जैसे ही आतंकवादी हमले की खबर सामने आई, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि वे पाकिस्तान से बदला लेंगे। पाकिस्तान को सबक सिखाया जाएगा और आतंकवाद को कुचला जाएगा। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया।
जल्दबाजी में फैसले लेकर उसने अपनी कमर तोड़ ली
23 अप्रैल की सुबह से लेकर 5 मई तक भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए। सबसे पहले, सिंधु नदी के जल को नष्ट करके शत्रु का जल रोक दिया गया। पाकिस्तानियों के वीज़ा रद्द करके उन्हें देश से निकाल दिया गया। अटारी सीमा को बंद करके भूमि संबंध समाप्त कर दिए गए। हवाई क्षेत्र को बंद करके हवाई संबंध समाप्त कर दिए गए। समुद्री क्षेत्र को बंद करके जलमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंध समाप्त करते हुए आयात-निर्यात प्रतिबंध लगा दिए गए। दुनिया भर के देशों से बात करके समर्थन जुटाया।
बैठकों का दौर, मॉक ड्रिल का आदेश
2 से 5 मई के बीच नई दिल्ली में कई आकस्मिक बैठकें हुईं। प्रधानमंत्री मोदी ने मॉक ड्रिल का आदेश दिया। वायु सेना, सेना और नौसेना को आतंकवाद को कुचलने का आदेश दिया। पाकिस्तान और आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट दी गई। आदेश दिया गया कि वे स्वयं कार्रवाई का दिन, समय और तरीका तय करें। 4 और 5 मई को प्रधानमंत्री मोदी ने वायुसेना प्रमुख, सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और एनएसए अजीत डोभाल के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार की।
6 मई से शुरू हुई मॉक ड्रिल की तैयारी
गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर नागरिक स्तर पर मॉक ड्रिल के आदेश दिए। देश भर के लगभग 244 जिलों में शहर, कस्बे और ग्रामीण स्तर पर नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल, अभ्यास और रिहर्सल की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने देश भर के गृह सचिवों की बैठक बुलाई और निर्देश दिया कि लोगों को सिखाया जाए कि युद्ध के दौरान हमलों से कैसे बचा जाए। इस बैठक के बाद एनएसए अजीत डोभाल प्रधानमंत्री मोदी से मिलने पहुंचे, यह मुलाकात करीब 40 मिनट तक चली।