
खराब कैमरों के भरोसे अपराध रोकेगी राजधानी पुलिस !
लखनऊ। रमैयाजीपुरम डाली बाग थाना हजरतगंज की रहने वाली एक महिला की 17 वर्षीय पुत्री 14 जून को करीब 12:30 बजे दिन में अपने घर से निकली लेकिन उसके बाद वह घर वापस नहीं आई घर वालों ने लड़की की काफी तलाश की पर उसका कुछ भी पता नहीं चला। अपनी लड़की की गुमशुदगी की सूचना लड़की की मां ने डाली बाग चौकी पर दी पुलिस ने इस मामले की छानबीन के दौरान जिया मऊ से डीजीपी आवास की तरफ आने वाले कैमरों की जांच की फुटेज में लड़की जिया मऊ पुल चढ़ते हुए दिखाई दी उसके आगे की जानकारी इसलिए नहीं मिल पाई क्योंकि आगे के कैमरे खराब पड़े हुए थे या लगे नहीं हैं।मुख्यमंत्री आवास और डीजीपी आवास जैसे संवेदनशील इलाके के कैमरे अगर खराब पड़े हैं या लगे नहीं हैं तो यह भी एक चिंता का विषय है। 14 जून 25 को लड़की के गायब होने के बाद 17 जून 2025 को पुलिस ने लड़की के अपहरण की एफ आई आर भारतीय न्याय संहिता (बी एन एस) 2023 धारा 137(2) के तहत दर्ज की है। एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। प्रदेश की राजधानी के पाश इलाके में अगर पुलिस नाबालिग को नहीं खोज पा रही है तो यह मित्र पुलिस की असफलता ही कही जाएगी। एक से एक नामी गिरामी अपराधियों को मुठभेड़ में पैर में गोली मारने वाली पुलिस का सूचना तंत्र क्या इतना बिगड़ गया है कि एक नाबालिग लड़की की गायब होने के 5 दिन बीत जाने के बाद भी कोई जानकारी नहीं कर पा रहे हैं। क्या पुलिस इस मामले की गंभीरता को नहीं समझ पा रही है यह मामला अपहरण बलात्कार हत्या का हो सकता है मानव तस्करी का हो सकता है! ये तो हमारी मित्र पुलिस ही जाने।