महाराष्ट्र में दिग्गज नेता शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को झटका देते हुए दो पूर्व मंत्री, तीन पूर्व विधायक तथा जलगांव और धुले जिलों के पदाधिकारी शनिवार को केसी कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में राकांपा (अजित पवार गुट) में शामिल हो गए।
इस अवसर पर अजित ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सभी जाति और धार्मिक समूहों के बीच काम करने की अपील की। उन्होंने कहा, “हमने राजनीति में कभी जाति, पंथ या धर्म का पालन नहीं किया। एनसीपी समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने में शिवाजी का अनुसरण करती है।” उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी कभी सत्ता की लालची नहीं रही। उन्होंने कहा, “मैं लोगों की समस्याओं को हल करने और महाराष्ट्र के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा हूं।”
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में राकांपा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ महायुति सरकार में सहयोगी है। राकांपा (अजित पवार समूह) में शामिल होने वालों में जलगांव जिले के पूर्व मंत्री सतीश पाटिल, एक अन्य पूर्व मंत्री गुलाबराव देवकर, पूर्व विधायक कैलास पाटिल, पूर्व विधायक दिलीपराव सोनावणे, धुले के पूर्व विधायक प्रोफेसर शरद पाटिल और पार्टी के उत्तर संभागीय प्रमुख तिलोत्तमताई पाटिल शामिल हैं।