भारत और पाकिस्तान के बीच शाम संघर्ष विराम लागू होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के नेताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि अमेरिका कश्मीर मुद्दे के समाधान में मदद करने को तैयार है.अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, “मुझे भारत और पाकिस्तान के मजबूत और अटल नेतृत्व पर गर्व है, जिन्होंने इस समय में समझदारी और हिम्मत दिखाई. लाखों निर्दोष लोगों की जानें जा सकती थीं. अमेरिका ने इस ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय तक पहुंचने में मदद की.”
ट्रंप ने कहा कि वह दोनों देशों के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए भी तैयार हैं. उन्होंने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर कहा, “यह चर्चा का विषय नहीं था, लेकिन मैं भारत और पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों को काफी हद तक बढ़ाने जा रहा हूं. इसके अलावा, मैं आप दोनों के साथ मिलकर काम करूंगा ताकि कश्मीर के बारे में किसी हल पर पहुंचा जा सके.”
शनिवार सुबह तक एक दूसरे पर मिसाइलें बरसा रहे भारत और पाकिस्तान ने शनिवार शाम होते होते अमेरिका से आए संघर्ष विराम के संदेश की पुष्टि कर दी. दोनों देशों के तुरंत प्रभाव से हथियार थामने का एलान असल में हजारों किलोमीटर दूर वॉशिंगटन से आया.
सीमा पर शांति, लेकिन तनाव बरकरार
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के कुछ घंटे बाद ही भारतीय कश्मीर में फिर से तोपों की गड़गड़ाहट सुनाई दी. भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर संघर्ष विराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया और कहा कि “ऐसे किसी भी उल्लंघन का कड़ा जवाब दिया जाएगा.”वहीं, पाकिस्तान ने संघर्ष विराम को लागू रखने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि भारत की तरफ से ही गोलीबारी की शुरुआत की गई.
रविवार सुबह अमृतसर में गोल्डन टेंपल के पास सायरन बजाकर लोगों को सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू करने का संकेत दिया गया. इस दौरान लोग घरों से बाहर निकले और राहत की सांस ली.
स्थानीय दुकानदार सतवीर सिंह अलहूवालिया ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, “पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद से हम अपनी दुकानें जल्दी बंद कर रहे थे. अब कम से कम खूनखराबा नहीं होगा.”पाकिस्तानी कश्मीर के भिम्बर इलाके में भी रातभर फायरिंग की खबरें आईं, लेकिन अन्य क्षेत्रों में स्थिति शांतिपूर्ण रही.
भारत और पाकिस्तान के बीच यह संघर्ष दो हफ्ते पहले भारतीय कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद शुरू हुआ. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तानी आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया. संघर्ष के दौरान दोनों ओर से मिसाइलें और ड्रोन हमले किए गए. इस संघर्ष में दोनों तरफ करीब 70 लोगों की मौत की रिपोर्टें हैं.
अमृतसर में एक सुरक्षा गार्ड गुरुमन सिंह ने कहा, “मुझसे ज्यादा मेरा परिवार खुश है. मेरी पत्नी और बच्चे हर घंटे फोन कर हालचाल पूछ रहे थे. शुक्र है कि संघर्ष विराम हो गया.”
कश्मीर मुद्दा – अमेरिका की मध्यस्थता?
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “मैं भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या कश्मीर मुद्दे का समाधान निकाला जा सकता है.”
1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद से कश्मीर मुद्दा दोनों देशों के बीच विवाद का बड़ा कारण रहा है. भारत कश्मीर में जारी आतंकवाद के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराता है, जबकि पाकिस्तान का कहना है कि वह केवल कश्मीरी अलगाववादियों को नैतिक, राजनीतिक और कूटनीतिक समर्थन देता है.