सावन मास भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए सर्वोत्तम माह होता है. इस लिए इस माह में भगवान शिव और पार्वती का पूजन करना चाहिए. सावन के महीने में ही माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव उनसे विवाह के लिए राजी हुए थे. इसलिए सावन मास दोनों को अति प्रिय है. धार्मिक मान्यता है कि इस माह में महिलाओं को यह 6 काम जरूर करना चाहिए. इससे माता पार्वती के आशीर्वाद से उनका अखंड सौभाग्य बना रहता है.
सावन में जरूर करें ये 6 काम
- सावन के महीने में सुहागिन महिलाओं को प्रतिदिन सुबह स्नान के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. इसके बाद ही कुछ ग्रहण करना चाहिए. इससे महादेव और मां पार्वती दोनों की कृपा प्राप्त होती है.
- सावन मास में प्रतिदिन, विशेष कर सावन के प्रत्येक सोमवार के दिन महिलाओं को सुहाग का सामान माता पार्वती को अर्पित करना चाहिए और जरूरतमंद को दान भी करना चाहिए. इससे माता रानी प्रसन्न होकर अखंड सौभाग्य का एवं पति की दीर्घायु का आशीर्वाद प्रदान करती हैं.
- हिंदू धर्म में महादेव को भोलेनाथ भी कहा जाता है, क्योंकि वे भक्तों पर बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं. सावन मास तो उनको प्रसन्न करने का सबसे उत्तम मास माना गया है. इसलिए सावन के महीने में महिलाओं को प्रतिदिन महादेव के भजन गाने चाहिए. इससे उन्हें शिव और गौरी दोनों की कृपा प्राप्त होती है.
- सुहागिन महिलाओं को सावन के महीने में मेहंदी जरूर लगाना चाहिए, क्योंकि इनके लिए मेंहदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है. इससे माता पार्वती अति प्रसन्न होती हैं. हरियाली तीज पर मेहंदी का विशेष महत्व होता है.
- सावन के महीने महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां पहननी चाहिए. इससे मां गौरी अत्यंत प्रसन्न होती हैं, क्योंकि उन्हें प्रकृति का हरा रंग बहुत प्रसन्न है. तथा सावन का महीना भी हरियाली से भरा होता है.
- सावन के महीने में किसी भी तरह का वाद विवाद या झगड़ा नहीं करना चाहिए. सावन मास में महादेव और माता पार्वती का ध्यान करना चाहिए. यदि क्रोध आए तो ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें. इससे गुस्सा शांत हो जाएगा.