भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की ओर से की गई हालिया आक्रामक कार्रवाई का संयमित, केंद्रित और सटीक जवाब दिया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई इस कार्रवाई को लेकर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने गुरुवार को जानकारी दी।
कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर सिंह ने स्पष्ट किया कि भारत ने 7 मई को अपनी प्रतिक्रिया को ‘गैर भड़काऊ और पूरी तरह लक्षित’ बताया था। भारत की नीति स्पष्ट रही है कि वह पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को अनावश्यक रूप से निशाना नहीं बनाएगा, लेकिन यदि भारत की सुरक्षा पर खतरा मंडराता है, तो उसका उचित और निर्णायक उत्तर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात ड्रोन और मिसाइलों की मदद से भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। जिन शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की गई, उनमें अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज शामिल हैं। हालांकि, भारत की एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड और मजबूत वायु रक्षा प्रणालियों ने इन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया। विभिन्न ठिकानों पर बरामद मलबे ने यह स्पष्ट कर दिया कि ये हमले पाकिस्तानी क्षेत्र से ही किए गए थे।
अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने गुरुवार को जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई स्थानों पर स्थित वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट किया गया है।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में अकारण और उकसावे वाली गोलाबारी की, जिसमें मोर्टार और भारी तोपखानों का इस्तेमाल किया गया। इस हिंसक कार्रवाई में तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित कुल 16 निर्दोष नागरिकों की मृत्यु हुई है। भारतीय सेना ने इस अकारण गोलीबारी का उपयुक्त और संतुलित जवाब दिया है।