बुधवार (13 जुलाई) को गुरु पुर्णिमा पड़ रही है। इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के बेहद करीब होगा। इस खगोलीय घटना को सुपरमून (supermoon) कहा जाता है।चंद्रमा पृथ्वी से सिर्फ 3,57,264 किलोमीटर दूर होगा। इस दौरान यदि मौसम अनुकूल हो तो चंद्रमा अधिक चमकीला और अधिक बड़ा दिखाई देता है। बुधवार की पूर्णिमा को ”बक मून” नाम दिया गया है। इसे हिरन मून भी कहा जाता है।ऐसा साल के उस समय के संदर्भ में किया गया है, जब हिरन के नए सींग उगते हैं। 14 जून को दिखे सुपरमून को ”स्ट्रॉबेरी मून” नाम दिया गया था क्योंकि यह पूर्णिमा स्ट्रॉबेरी की फसल के समय पड़ी थी। दुनिया भर में इसके अन्य नामों में थंडर मून, हे मून और विर्ट मून शामिल हैं।मूल अमेरिकी इसे सैल्मन मून, रास्पबेरी मून और कैलमिंग मून भी कहते हैं। हिरन सुपरमून 13 जुलाई की रात 12:07 बजे दिखाई देगा। जिसके बाद यह दोबारा एक साल बाद, 3 जुलाई, 2023 को दिखाई देगा। साल का आखिरी सुपरमून इस साल जून में देखा गया था, जिसे स्ट्रॉबेरी मून के नाम से जाना जाता है। उस समय चंद्रमा पृथ्वी से 3,63,300 किलोमीटर दूर था।