पूर्वोत्तर राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में सरकार बनाने के बाद बीजेपी मिशन 2024 के लिए जुट गई है। बीजेपी सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनाव में बंपर जीत के लिए पार्टी ने ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया है।
हिन्दी बेल्ट में तो बीजेपी अपनी पकड़ मानती है। ऐसे में बीजेपी का फोकस तीन जगहों पर है, वे हैं- पश्चिम बंगाल, ओडिशा और दक्षिण भारत के राज्य। 2024 के लिए बीजेपी इसी साल से पूरी ताकत झोंकना चाहती है। पार्टी के सबसे बड़े चेहरे और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस साल के अंत तक कम से कम 100 रैलियां करेंगे। इन राज्यों में बड़ी परियोजनाओं की घोषणा, महिलाओं और अल्पसंख्यकों तक पहुंच बढ़ाना प्रमुखता से शामिल हैं। ओडिशा, पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत के 160 निर्वाचन क्षेत्रों पर खास ध्यान रखने का लक्ष्य रखा है।
दो मार्च को ऐतिहासिक नतीजों के साथ बीजेपी पूर्वोत्तर राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में सरकार बनाने में कामयाब रही। जश्न मनाने के बीच बीजेपी ने मिशन 2024 की तैयारी भी शुरू कर दी है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बीजेपी ने 2024 में बंपर जीत के लिए तीन पर खास फोकस रखा है। पहला- दक्षिण भारतीय राज्य, ओडिशा और पश्चिम बंगाल। इसके लिए पीएम मोदी इस साल के अंत तक कम से कम 100 रैलियां करेंगे।
बड़ी परियोजनाएं, महिलाओं और अल्पसंख्यकों तक पहुंच
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में तीसरी बार लगातार जीत हासिल करने के लिए ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया है। पीएम मोदी अपनी 100 रैलियों में दक्षिण राज्यों, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बड़ी परियोजनाओं की घोषणा कर सकते हैं। इसके अलावा महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर खास फोकस भी रहेगा। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि इन चुनिंदा चीजें बीजेपी के लिए 2024 की राह आसान कर सकती है।
महिला मोर्चा विंग को महिलाओं तक पहुंच बढ़ाने पर खास ध्यान रखने के लिए कहा गया है। वहीं, अल्पसंख्यक मोर्चा को 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में फील्ड पर उतरकर मेहनत करने की सलाह दी गई है। मोर्चे का फोकस 60 लोकसभा क्षेत्रों पर रहेगा। इसकी सूची भी तैयार कर ली गई है।
इन राज्यों पर फोकस
2024 के लिए बीजेपी के रडार पर तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और केरल पर ध्यान ज्यादा है। इस साल कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी अपनी सरकार को लेकर आश्वस्त है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में पार्टी का ध्यान अपनी जीत के क्षेत्र का विस्तार करना है। इन दो राज्यों में अलग रणनीति के तहत काम किया जाएगा।