उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड का झोलझाल
लखनऊ।उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में निदेशक वित्त के तौर पर चयनित पुरुषोत्तम अग्रवाल ने ज्वाइन करने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में चल रही झोल झाल को लेकर अपनी फजीहत कराने से बेहतर यहां ना आने का निर्णय लिया।
निजीकरण पर के मुद्दे पर पहले से ही जहां बवाल मचा हुआ है वहीं निधि कुमार नारंग को सेवा विस्तार देने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
माना जा रहा है कि अध्यक्ष अपने किसी बड़ी महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए एकदम आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में आ गए हैं।
निधि कुमार नारंग वित्त के मामलों में निजीकरण के लिए प्रबंधन की पहली पसंद बने दूसरी बार सेवा विस्तार की तैयारी तमाम शंकाओं को जन्म दे रही है। सेवा विस्तार को लेकर बगावती तेवर दिखाने वाले इसे भ्रष्टाचार की एक नई इबारत लिखने की शुरुआत बता रहे हैं। बार-बार सेवा विस्तार दिए जाने का प्रबंधन का प्रयोजन सवालों के घेरे में है। संघर्ष समिति का कहना है कि उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में हजारों करोड़ के बड़े घोटालों पर पर्दा डालने के लिए निजीकरण का बवाल फैलाया जा रहा है।
