गोरखपुर।सरकार ने यदि एक माह केअंदर विधानभवन –लखनऊ और संसद भवन -दिल्ली के सामने विशाल ब्राह्मण समाज के आराध्य भगवान श्री परशुराम जी की मूर्ति स्थापना का निर्णय नहीं लिया तो पूरे देश का विप्र समाज उसके बाद अपने पैसे से भगवान श्री परशुराम की प्रतिमा उक्त दोनों स्थानों पर अपने पैसे से कराना शुरू करेगा तथा सीधे सीधे सरकार और विप्र समाज की लड़ाई सड़कों पर छिड़ेगी ।यह विचार अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व राज्यमन्त्री डॉ. के.सी.पाण्डेय ने आज अपने जनसम्पर्क कार्यालय पर वरिष्ठ ब्राह्मण नेताओ की विशेष सत्र की बैठक में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किया डॉ पाण्डेय ने कहा कि जब इस देश के प्रधान न्यायाधीश स्वयं कह चुके कि अनुसूचित जाति के जो लोग उच्च श्रेणी में आ चुके है ,ऐसे लोगो को आरक्षण सुविधा से वंचित करने का प्रस्ताव सरकार संसद में ले आये तो फिर सरकार विलम्ब क्यो कर रही है। क्रीमीलेयर हो चुके अनुसूचित–जनजाति–पिछड़ी जाति के लोगो को सरकारी सुविधाओं से अलग किया जाये ।डॉ पाण्डेय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत महाशक्ति बन चुका है जिसका प्रमाण है कि”ऑपरेशन सिंदूर “में पाकिस्तान का एकतरफा सरेन्डर करना। मोदी ने राष्ट्र ध्वज तिरंगे का मान स्वाभिमान और सम्मान ऊंचा किया है। विशेष सत्र की अध्यक्षता ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश शुक्ल और संचालन परशुराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप पाण्डेय ने किया। महासभा के राष्ट्रीय सलाहकार ज्योतिषाचार्य पंडित नरेन्द्र उपाध्याय, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्यामनारायण चौबे, महिला सभा की राष्ट्रीय महामंत्री पंडित पूर्णिमा पाण्डेय, मण्डल अध्यक्ष गिरिजा त्रिपाठी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एम के दूबे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पी एस मिश्र, प्रदेश अध्यक्ष हरिनाम बाबू मिश्र, राष्ट्रीय सचिव अंकित मिश्र, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कमलेन्दु शुक्ला आदि ने एक स्वर से ब्राह्मण महासभा की मांगों का जोरदार समर्थन कर संघर्ष की चेतावनी दी ।