ढाका। चाहे मैदान कोई भी हो, पाकिस्तान को हराकर जीत का स्वाद चखना हर भारतीय को काफी पसंद आता है। एक बार फिर से भारत ने पाकिस्तान को मात दी है। भारत में यह मात ना तो बॉर्डर पर दी है और ना ही क्रिकेट के मैदान में। दरअसल, भारतीय हॉकी टीम ने पाकिस्तान को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में करारी शिकस्त दी है। भारत ने पाकिस्तान को 3-1 से हरा दिया है। इसके साथ ही भारतीय खिलाड़ियों ने अपना दमखम दिखाते हुए चैंपियन्स ट्राफी (एसीटी) पुरुष हॉकी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग सुनिश्चित की। भारत की ओर से हरमनप्रीत ने आठवें और 53वें मिनट में दो पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला जबकि तोक्यो ओलंपिक की टीम में जगह नहीं बना पाने वाले आकाशदीप ने 42वें मिनट में मैदानी गोल किया जो उनका टूर्नामेंट में दूसरा गोल है पाकिस्तान की तरफ से एकमात्र गोल जुनैद मंजूर ने 45वें मिनट में किया। भारत की इस जीत के बाद खेल प्रेमी गदगद हैं। उन्हें लग रहा है कि भारत टी-20 विश्व कप में क्रिकेट के मैदान पर मिली हार का बदला पाकिस्तान से ले लिया है। यही कारण है कि हर भारतीयों में इस वक्त जश्न देखा जा रहा है। आपको बता दें कि 24 अक्टूबर को पाकिस्तान की टीम में T20 वर्ल्ड कप में भारत को 10 विकेट से हरा दिया था। यह पहला मौका था जब भारत ने आईसीसी विश्व कप में पाकिस्तान से हार का सामना किया था। ढाका में मिली इस जीत के साथ ही भारत के अंक एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में 7 हो गए है। इसका मतलब साफ है कि भारत का सेमीफाइनल में पहुंचना तय हो चुका है। हरमनप्रीत को शानदार खेल के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की यह दूसरी जीत है। उससे इससे पहले बांग्लादेश को 9-0 से करारी शिकस्त दी थी। पाकिस्तान को अब भी अपनी पहली जीत का इंतजार है। उसने जापान के खिलाफ अपना पहला मैच गोलरहित ड्रा खेला था। भारत ने अपना पहला मैच कोरिया के खिलाफ 2-2 से ड्रा खेलकर अंक बांटे थे। भारत अभी तीन मैचों में सात अंक लेकर अंकतालिका में शीर्ष पर है तथा वह पांच देशों के बीच राउंड रोबिन आधार पर खेले जा रहे टूर्नामेंट में रविवार को जापान से भिड़ेगा। पाकिस्तान का अभी दो मैचों में केवल एक अंक है। भारत और पाकिस्तान पिछली बार मस्कट में खेले गये टूर्नामेंट में संयुक्त विजेता बने थे। तब बारिश के कारण फाइनल मैच नहीं हो पाया था। भारतीय टीम ने पहले दो क्वार्टर में पूरी तरह से दबदबा बनाये रखा। पाकिस्तान ने रक्षात्मक रवैया अपनाया और इस बीच हरमनप्रीत के एक शॉट का अच्छा बचाव भी किया। पहले दो क्वार्टर में खेल पाकिस्तान के गोल पोस्ट के इर्द गिर्द ही खेला गया। भारतीयों ने शुरू से आक्रामक रवैया अपनाकर दबाव बनाया और कुछ मौके बनाये लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर मजार अब्बास की प्रशंसा करनी होगी जिन्होंने बेहतरीन बचाव किये। लेकिन भारत ने उम्मीद के अनुरूप आठवें मिनट में बढ़त बना दी जब हरमनप्रीत ने टीम को मिले पहले पेनल्टी कार्नर को करारे फ्लिक से गोल में बदला। इसके चार मिनट बाद कप्तान मनप्रीत सिंह का सर्कल के बाहर से लगाया गया शॉट अब्बास ने बचा दिया। दूसरे क्वार्टर में भी यही स्थिति बनी रही और भारतीयों ने पाकिस्तानी रक्षापंक्ति में लगातार सेंध लगायी। पाकिस्तानी रक्षापंक्ति ने अच्छी भूमिका निभायी लेकिन उसकी अग्रिम पंक्ति एक भी शॉट गोल पर लगाने या पेनल्टी कार्नर हासिल करने में नाकाम रही। भारत मध्यांतर तक 1-0 से आगे था और उसने पाकिस्तान पर दबाव बनाये रखा तथा 42वें मिनट में अपनी बढ़त दोगुनी कर दी।