ऐसे समय में जब उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पूरे दम-खम से लगे हैं वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को अभी चुनावी बिगुल फूंकना बाकी है। चुनावी विश्लेषक हो या उनके विरोधी भी ये समझ नहीं पा रहे हैं कि पिछले 3 दशकों में 4 बार यूपी को मुख्यमंत्री देने वाली बीएसपी इस बार के चुनाव में है कहां हैं। वो भी ऐसे वक्त में जब प्रदेश में चुनाव होने में कुछ ही हफ्ते शेष रह गए हैं। मुरादाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मायावती पर कटाक्ष किया।
बहन जी की तो अभी ठंड ही नहीं गयी
अमित शाह ने बसपा सुप्रीमो पर तंज कसते हुए कहा कि बहन जी की तो अभी ठंड ही नहीं गयी है। अरे चुनाव आ गया है, बहन जी थोड़ा बाहर भी आ जाओ। इसके साथ ही अमित शाह ने कहा ये सपा बसपा, सपा ये बुआ, बबुवा 15 साल राज किए, क्या हाल किए थे, उत्तर प्रदेश का लोग पलायन करने लगे थे, आज पलायन करने वाले पलायन कर गए।
प्रियंका ने भी उठाए सवाल
मायावती की गैरमौजूदगी पर यूपी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हैरानी जताई है। 23 दिसंबर को नई दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दलों के बीच कांग्रेस पिछले कुछ वर्षों से लोगों के मुद्दों को उठाने में सबसे आगे रही है। उन्होंने कहा, “यदि आप पिछले दो वर्षों में उत्तर प्रदेश में सभी विपक्षी दलों को देखें, तो कांग्रेस के अलावा किसी ने भी कोई आंदोलन नहीं किया, सड़कों पर नहीं आया या लोगों के मुद्दों को नहीं उठाया। प्रियंका ने कहा कि इसके पीछे का कारण मेरी समझ से परे है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मायावती इतनी चुप क्यों हैं?