अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के प्रमुख विलियम जे बर्न्स ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से परमाणु युद्ध का खतरा टल गया है। जी-20 बाली घोषणा पत्र के हफ्तों बाद उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दी गई सलाह “युद्ध का युग नहीं” की गूंज सुनाई दे रही है।
सीआईए के निदेशक विलियम जे बर्न्स ने कहा कि युक्रेन-रूस के बीच छिड़े जंग में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की क्रेमलिन की धमकी पर पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा उठाई गई चिंताओं का रूसियों पर गहरा असर पड़ा है और उनकी सलाह ने परमाणु हमले की चिंता को दूर कर दिया है।
यूएस पब्लिक ब्रॉडकास्टर पीबीएस को दिए एक साक्षात्कार में बर्न्स ने कहा, “यह सच है। उस सलाह ने काम किया है। मुझे लगता है, पुतिन और उनके आसपास के लोगों के पास बहुत खतरनाक परमाणु हथियार हैं। यह मेरे एक रूसी खुफिया समकक्ष सर्गेई नारिशकिन के साथ हुई बातचीत के आधार पर कह रहा हूं।”
यह पूछे जाने पर कि वह मौजूदा स्थिति को कहां जाते हुए देख रहे हैं, उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि तलवारबाजी डराने के लिए होती है लेकिन सामरिक परमाणु हथियारों का उपयोग करने की योजना के बारे में हमें आज कोई स्पष्ट सबूत नहीं दिख रहा है।”
उन्होंने कहा, “हमने बहुत स्पष्ट कर दिया है, (अमेरिकी) राष्ट्रपति ने रूसियों को बहुत स्पष्ट कर दिया है कि इसके गंभीर जोखिम क्या होंगे। मुझे लगता है कि यह भी बहुत उपयोगी रहा है कि शी जिनपिंग और प्रधान मंत्री मोदी ने भी परमाणु हथियारों के उपयोग के बारे में अपनी चिंताओं को उठाया है। मुझे लगता है कि इसका भी रूस पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है।”
गौरतलब है कि सितंबर में उज़्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन में औपचारिक मीटिंग से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि यह “युद्ध का युग नहीं” है। यह पिछले महीने जी20 शिखर सम्मेलन के बाली घोषणापत्र में भी परिलक्षित हुआ था।