पहलगाम आतंकी हमले को 13 दिन बीत चुके हैं और हर भारतीयों के मन में एक ही सवाल है कि भारत इस हमले का कब जवाब देगा? 2016 के उरी और 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारत ने 11 और 12 दिनों के भीतर पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कड़े बयानों से संकेत मिल रहा है कि जवाबी कार्रवाई जल्द हो सकती है। पीएम मोदी जिस तरह से मीटिंग्स कर रहे हैं, उससे भी संकेत मिल रहे हैं कि भारत अब सैन्य कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। एक के बाद एक पीएम मोदी की मैराथन बैठक, रक्षा सचिव, वायु सेना प्रमुखॉ, नैसेना प्रमुख हर स्तर पर चर्चा सिर्फ एक दिशा में जा रही है। अबकी बार हिसाब पूरा होगा। भारत ठोस सबूत जुटाने में जुटा है और इसके बाद एक्शन लिया जाएगा जो पाकिस्तान को लंबे समय तक हिला कर रख दे।
राजनाथ सिंह ने तो इशारों इशारों में संकेत भी दिया कि आपके मन मुताबिक ही प्लान चल रहा है। यानी देश की जनता जो चाह रही है वह होगा। लेकिन भारत की रणनीति से घबराया पाकिस्तान यूएनएससी की शरण में पहुंचा। लेकिन वहां भी उसे मुंह की खानी पड़ी है। पाकिस्तान जो हर बार आतंकवाद का मास्टरमाइंड बनकर निकलता है। उसकी खुद को बेचारा साबित करने की कोशिश भी काम नहीं आई है। यूएनएससी में बंद कमरे में सोमवार दोपहर को डेढ़ घंटे हुई बैठक के बाद पाकिस्तान की फजीहत हुई। संयुक्त राष्ट्र ने इस बैठक के बाद ना तो किसी तरह का आधिकारिक बयान जारी किया और ना किसी तरह का रिजॉल्यूशन पारित किया गया। एक तरफ कुछ इस्लामिक देश धर्म के नाम पर पाकिस्तान के साथ एकजुट हो रहे हैं। दूसरी तरफ दुनिया के तमाम मुल्क आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े हैं। भारत को आतंकवाद के खिलाफ पूरा समर्थन देने का ऐलान कर रहे हैं। ये भारत के सच्चे मित्र देश हैं। दिल्ली में बीते दिन भारत के ऐसे ही मित्र देश रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का फोन आया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से दो बड़ी बातें कही जिसे सुनकर पाकिस्तान के हर दोस्त और भारत के हर दुश्मन के होश उड़ाने के लिए काफी हैं। पुतिन ने कहा कि पहलगाम हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। यान पुतिन ने पाकिस्तान पर सीधा निशाना साधा है। पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि रूस आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का पूरा समर्थन करता है। इसका मतलब पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए अगर जंग होती है तो रूस भारत के साथ खड़ा रहेगा।रूस से एक दिन पहले ही एयर डिफेंस के लिए पोर्टेबल एग्ला मिसाइल्स भी भारत पहुंच चुकी है। देश की वायु रक्षा क्षमता में बड़ा इज़ाफा हुआ है। इन्हें अग्रिम मोर्चों पर तैनात किया जा रहा है ताकि दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन और अटैक हेलिकॉप्टर को बेहद क़रीब से मार गिराया जा सके। इन मिसाइलों की आपूर्ति 250 करोड़ रुपये के विशेष खरीद अनुबंध के तहत की गई है, जिसे भारतीय सेना ने रूस के साथ हस्ताक्षरित किया था।