अफगानिस्तान को मझधार में छोड़कर जा रहे अमेरिका ने एक और बड़ी गलती कर दी है। अमेरिका ने तालिबान को उन लोगों की पूरी लिस्ट सौंप दी है, जिन्हें वह अपना दुश्मन मानता है। तालिबान के लड़ाके घर-घर जाकर इनकी तलाश में जुटे थे, लेकिन अब अमेरिका ने उनका काम आसान कर दिया है। दरअसल, काबुल में मौजूद अमेरिकी अधिकारियों ने तालिबान को उन लोगों की लिस्ट सौंप दी है, जिन्हें वह अफगानिस्तान से निकालना चाहता है। ऐसा इसलिए किया गया ताकि तालिबान उन्हें काबुल एयरपोर्ट आने से ना रोके।
अमेरिकी न्यूज वेबसाइट POLITICO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस लिस्ट में अमेरिकी नागरिकों, ग्रीन कार्ड होल्डर्स के अलावा उन अफगानियों की पहचान शामिल है, जिन्होंने पिछले 20 सालों में तालिबान के खिलाफ युद्ध में अमेरिका की मदद की है। अमेरिका के इस कदम से हजारों अफगान की जान खतरे में पड़ गई है। तालिबान के कब्जे के बाद से ही ये लोग खौफ मैं हैं और जल्द से जल्द अफगानिस्तान से भाग जाना चाहते हैं। अमेरिका के इस कदम पर विशेषज्ञों ने नाराजगी जाहिर की है।
15 अगस्त को काबुल में तालिबान के कब्जे के बाद से अमेरिका ने करीब 1 लाख लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला है। इनमें से अधिकतर को तालिबान के कई चेक पोस्ट से गुजरना पड़ा है। इस प्रक्रिया को असान करने के लिए अमेरिका ने तालिबान को उन लोगों की पूरी लिस्ट सौंप दी है, जिन्हें वह निकालना चाहता है। अमेरिका के एक रक्षा अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर कहा कि वास्तव में उन्होंने तालिबान को ‘किल लिस्ट’ सौंप दी है। उन्होंने इसे चौंकाने वाला बताया। गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब जो बाइडेन से इस रिपोर्ट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें पक्का नहीं पता है कि ऐसी कोई लिस्ट है। हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार भी नहीं किया।