वक्री शनि मकर राशि में मिथुन, तुला और इन राशियों के स्वास्थ्य को करेगा प्रभावित
शनि के वक्रत्व का असर अलग-अलग राशियों में दिखेगा.
जहां कुछ को सुख और लाभ का अनुभव होगा, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें हानि या दुख का सामना करना पड़ सकता है. वर्तमान में शनि अपनी मूलत्रिकोण राशि कुम्भ में गोचर कर रहा है, अर्थात शनि देव वक्री हो रहे हैं. लेकिन आज 12 जुलाई 2022 से मकर राशि वाले एक बार फिर शनि देव का स्वागत करेंगे जो अगले 6 महीने वहीं रहेंगे.
इसके बाद वे 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में लौट आएंगे. इसका असर अलग-अलग राशियों पर देखने को मिलेगा. जहां कुछ को सुख और लाभ का अनुभव होगा, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें हानि या दुख का सामना करना पड़ सकता है. यदि आप जानना चाहते हैं कि शनि वक्री से आपका जीवन कैसे प्रभावित होगा, तो आईये जानते हैं उन राशियों का हाल
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि की उलटी चाल 12 जुलाई से अगले 6 माह तक बनी होगी. इस समय शनि का अष्टम भाव में गोचर आपको चोट, दुर्घटना और ससुराल पक्ष से विवाद का कारण बन सकता है. इस समय को बाहरी लोगों के साथ बिताना बंद करें और अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना आवश्यक होगा. धैर्य के साथ करें. शनिकवच का पाठ करें लाभ मिलेगा.
कर्क राशि
कर्क राशि के लोगों के लिए शनि सप्तम भाव में गोचर करेगा. इस राशि के जातकों के प्रति शनि नकारात्मक भाव दिखाएगा. पार्टनरशिप को इस समय नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सावधानी से वाहन चलाएं. शनि की ग्रह पर दृष्टि कार्य में बाधा बन सकती है इसलिए धैर्य से काम लें ओर शिवलिंग पर नियमित कच्चे दूध से अभिषेक किया करें मानसिक चिंताएं एवं स्वास्थ्य संकट दूर होगा.
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शनि चतुर्थ भाव में गोचर करने वाला है. मानसिक कष्ट के कारण कार्यक्षेत्र में प्रभाव थोड़ा तनावपूर्ण हो सकता है. इस समय आपको अपनी माता के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है. इस गोचर के दौरान कुछ अकल्पनीय रोग हो सकते हैं, इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें. इस समय पक्षियों को दाना डालें तथा काले कुत्ते को रोटी खिलाया करें.
धनुराशि
धनु राशि के लोगों के लिए शनि वाणी के माध्यम से गोचर करेगा, जिससे परिवार में कुछ तनाव की संभावना है. किसी से उधार नहीं लेना चाहिए. इस दौरान माता के स्वास्थ्य के कारण आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ेगा. इस समय पर ससुराल वालों से कोई लेन-देन नहीं रखें, उपलब्धियों के लिए यह एक शुभ समय हो सकता है. रुद्र स्त्रोत का पाठ करें लाभ होगा.
कुंभ राशि
इस राशि के जातकों के लिए शनि बारहवें भाव में गोचर करने वाला है, जिससे इस राशि के लोगों को बेवजह भागदौड़ का सामना करना पड़ सकता है. इस समय आपके शत्रु आपको हानि पहुँचाने का प्रयास कर सकते हैं. इस समय आपका पैसा बेकार की चीजों पर खर्च होने की संभावना है. नियमित रुप से गायत्री मंत्र का जाप करें तथा शनिवर के दिन गरीबों को कुछ खाने की चीजें दान करें.