प्रयागराज के सनसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद की घेराबंदी और तेज हो गई है। प्रदेश की जांच एजेंसियों के बाद अब सीबीआई ने भी उसके गिरोह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
अतीक के शूटर अब्दुल कवी की अपराध से अर्जित सम्पति का ब्योरा जुटाने सीबीआई की टीम गुरुवार को कौशाम्बी पहुंच गई।
जांच एजेंसियों को ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि गुजरात की जेल में बंद माफिया अतीक अहमद अपने पुराने और भरोसेमंद शूटरों की मदद ले रहा है। अतीक का एक ऐसा ही पुराना शूटर है अब्दुल कवी जो पिछले 14 वर्षों से पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
उमेश पाल हत्याकांड में भी उसके शामिल होने के संकेत मिले हैं। इसके बाद अब्दुल कवी के कौशाम्बी जिले के जमालपुर भखंदा में तीन करोड़ की लागत के बने अवैध मकान को बुलडोजर ने जमींदोज कर दिया गया। अब सीबीआई की दो सदस्यीय टीम अब्दुल कवी के करीबियों की अवैध तरीके से अर्जित की गई करोड़ों की सम्पत्ति का ब्योरा जुटाने कौशाम्बी जिले की मंझनपुर तहसील पहुंची है। जांच टीम की कार्रवाई लगभग तीन घंटे चली।
सीबीआई की टीम ने तहसीलदार भूपाल सिंह से करीब ढाई घंटे बातचीत की। टीम ने शूटर अब्दुल कवी के खानदान की चल-अचल संपत्ति के राजस्व अभिलेखों के बारे में जानकारी ली। टीम तहसील के अभिलेखागार भी गई जहां एसडीएम मंझनपुर से उसने जमालपुर भखंदा एवं रकसराई गांव के भू-अभिलेख के ब्लू प्रिंट हासिल किए।
इसमें शूटर अब्दुल कवी के बाबा अब्दुल अजीज, पिता अब्दुल गनी, पत्नी कनीज फातिमा, भाई अब्दुल वली, उसकी पत्नी फैजिया बानो, भाई अब्दुल कदीर, उसकी पत्नी बुशरा, भाई अब्दुल मुगनी और उसकी पत्नी शाहीन बानो के कागजात शामिल हैं।
अतीक गैंग पर आगे भी होगी कार्रवाई
होली के त्योहार के समय थम गए बुलडोजर के पहिए अब फिर से अतीक और उसके गैंग के सदस्यों पर चलने वाले हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद चौहान के मुताबिक पीडीए ने अतीक अहमद गैंग से जुड़े तीन दर्जन से अधिक लोगों की जो सूची तैयार की है उनके खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला फिर से शुरू होने जा रहा है।




























